- स्मार्ट सिटी लखनऊ में स्मार्ट इंजीनियरिंग की सोमवार को एक तस्वीर और नजर आई जिसमें की लखनऊ के विकास नगर इलाके में सड़क के बीचो बीच अचानक 25 फुट गहरा गड्ढा हो गया हालांकि इस दौरान कोई जान माल का नुकसान नहीं हुआ लेकिन आपको बताते चलें स्मार्ट सिटी लखनऊ में इस टाइप के स्मार्ट निर्माण कार्य तेजी से चल रहे हैं यह पहला मौका नहीं है इससे पहले भी निशातगंज वाले इलाके में 4 दिन पहले ही स्मार्ट सिटी के स्मार्ट इंजीनियरिंग कि गलत इंजीनियरिंग ने बनाई गई ब्रेकर से कार चालक सवार युवक की मौत हो गई
मीडिया विद यू की पड़ताल से पता चला विकासनगर की सड़क पर हुए अचानक इस गड्ढे ने सरकारी विभागों की पोल खोल दी प्राप्त जानकारी के अनुसार इस सड़क के पास में ही सीवर और नगर निगम की लाइन से जल रिसाव हो रहा था जिसका की तमाम शिकायतों के बाद भी विभाग ने कोई भी कोई ध्यान नहीं दिया गया जिसकी वजह से पानी और कीचड़ जमा होता रहा और परिणाम सबके सामने अच्छा रहा हादसे के वक्त सड़क पर कम यातायात था अन्यथा बड़ी दुर्घटना भी घट सकती थी आजकल लखनऊ में स्मार्ट सिटी के नाम पर जो गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य चल रहा है उसकी लगातार विभाग द्वारा अनदेखी की जा रही है नगर निगम के चुनाव पास आते ही इस प्रकार के गुणवत्ता विहीन घटिया निर्माण कार्य स्मार्ट सिटी के नाम पर करवाने के पीछे विभाग की मंशा आखिर क्या है कहीं इसके पीछे पनपता हुआ भ्रष्टाचार तो नहीं मीडिया संस्थानों द्वारा अति व्यस्ततम इलाकों में शुमार सड़कों पर हो रहे गुणवत्ता विहीन व कछुआ गति से कार्यों पर सवालिया निशान खड़े किए गए हैं फिर भी विभाग की नींद खुली जिसकी वजह से यातायात बाधित होता है और रोजाना वाले यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है अभी हाल ही में हुई निशातगंज लखनऊ की घटना इस कार्य की बानगी भर है जिसमें गलत तरीके से बनाई गई ब्रेकर के कारण एक युवक की कार पलट गई और उसकी मौत हो गई स्मार्ट सिटी लखनऊ में नगर निगम की कारगुजारी से नलों में गंदा पानी कीचड़ आना एवं चौतरफा मच्छरों का पनपना एक आम बात है राजधानी होने के बावजूद भी आवारा पशु एवं कूड़े के ढेरों से नागरिकों को रोजाना दो-चार होना पड़ता है नगर निगम एवं संबंधित विभागों द्वारा डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया जैसी गंभीर बीमारियों में किए जाने बाली उपाय नाकाफी सिद्ध हो रहे हैं सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की भी हाथ पैर फूल चुके हैं
अभी हाल ही में यातायात जाम संबंधी समस्या को लेकर संबंधित विभागों के साथ हमारे राज्य सरकार के बड़े-बड़े मंत्रियों ने भी मीटिंग कर व्यवस्था बनाने का अश्वासन दिया था लेकिन वही रवैया जो हमेशा से होता आया है ढाक के तीन पात चौतरफा जाम खासकर की स्कूलों की छुट्टी और दफ्तर जाने की समय जाम रहना और उसको सामना करना लखनऊ के नागरिकों के लिए आदत सी हो गई है