कानपुर में पुलिस बर्बरता के शिकार व्यापारी की मौत के मामले में अखिलेश परिवार को सांत्वना देने पहुंचे
कानपुर देहात में पुलिस की बर्बरता के शिकार हुए व्यापारी बलवंत सिंह की मौत के मामले में एसओजी प्रभारी निलंबित दरोगा प्रशांत गौतम हेड कांस्टेबल दुर्गेश कुमार और कांस्टेबल सोनू यादव को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है अभी इस मामले में चार पुलिसकर्मी फरार चल रहे हैं प्रशासन ने एसआईटी गठित कर जांच के आदेश दिए हैं 6 दिसंबर की रात शिवली के मैथा क्षेत्र में सर्राफा एवं खाद्य व्यापारी चंद्रभान सिंह को बाइक सवारों ने लूट लिया था इसी खुलासे को लेकर एसओजी ने संदेह के आधार पर 5 लोगों को हिरासत में लिया जिसमें चंद्रभान का भतीजा व मृतक व्यापारी बलवंत सिंह भी शामिल था रनिया थाने में पूछताछ के दौरान पुलिस वालों ने बेरहमी से बलवंत को पीटा था जिसके बाद बलवंत की मृत्यु हो गई थी बलवंत के परिजनों ने स्थानीय पुलिस प्रशासन पर हत्या का आरोप लगाया है मृतक परिवार की ओर से मृतक के चाचा ने पुलिस बालों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराई है
इसी मामले में मृतक की पत्नी शालिनी ने खत लिखकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से न्याय की गुहार लगाई थी जिसके बाद वह सोमवार को मृतक परिवार के घर पहुंचे मृतक बलवंत की पत्नी शालनी के बाबू पत्र को संज्ञान लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सोमवार को ओरिजिनल से मिलने जाएंगे सिवनी के लाल पुर सरैया निवासी बलवंत सिंह की पुलिस की पिटाई से मौत हो गई थी बलवंत की पत्नी शालिनी ने अखिलेश यादव के नाम एक पत्र लिखा था जिसमें शाली ने लिखा था कि मैं बलवंत की पत्नी शालनी आपसे हाथ जोड़कर निवेदन करती हूं कि मेरे पति को पुलिस हिरासत में मार दिया गया अब आप को मुझे इंसाफ दिलाने के लिए मेरे घर आना होगा मेरे पति की मौत के मामले में मुझे न्याय दिलाने के लिए मेरे साथ खड़े हो मैं आपकी आभारी रहूंगी आपकी छोटी बहन शालिनी
जिसको की पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गंभीरता से लेते हुए सोमवार को परिजनों से मुलाकात करने का समय रखा है