महाकुंभ पुलिस के पास पहुंचा एक अजीबोगरीब मामला 27 वर्ष पूर्व साधु बने अघोरी को पत्नी ने पहचान घर ले जाने पर अड़ा परिवार
प्रयागराज 28 जनवरी महाकुंभ पुलिस के पास पहुंचे एक अजीबोगरीब मामला 27 साल पहले साधु बन अघोरी को पत्नी नहीं पहचाना घर ले जाने पर अड़ा परिवार
27 वर्षों पहले घर छोड़ने वाले उनके बड़े भाई गंगासागर यादव कुंभमेले में दिखाई दिए थे। जानकारी मिलने के बाद गंगासागर यादव की पत्नी धनवा देवी अपने पूरे परिवार के साथ कुंभमेले पहुंची थीं।
उनके पति गंगासागर यादव ने 27 बरसों पहले घर छोड़ दिया था। तब से लेकर आज तक पूरा परिवार उन्हें ढूंढने में व्यस्त था। अब पूरा परिवार गंगासागर यादव, जो साधु बनकर बाबा राजकुमार अघोरी बन गए हैं, उन्हें घर ले जाने की विनती कर रहा है। लेकिन बाबा राजकुमार अघोरी परिवार के सदस्यों को पहचान नहीं रहे हैं। मुरली यादव ने कुंभ मेला पुलिस से भी अपील की है।
हाथ टूट गया है, चेहरे पर चोट के निशान कुंभ मेला पहुंची धनवा देवी ने बताया कि उनके पति का बायां हाथ टूट चुका था। मैं पत्नी हूं, मुझसे ज्यादा कौन जान सकता है? उनके माथे पर गहरा घाव था, जिस पर सिलाई के निशान थे। ये निशान अभी भी हैं। आगे के दोनों दांत बड़े हैं। पत्नी ने दावा किया कि वही उनका पति है।
वह 27 साल से सिंदूर लगाती आ रही हैं और यह बात उन्होंने अपने पति को भी बताई है। उन्होंने कहा कि उनके साथ एक महिला साधु भी थी, जिसकी वजह से उन्होंने घर छोड़ दिया था। उनके पति और महिला साधु उनके परिवार के सदस्यों की बात नहीं सुनते हैं। घर में दीया की शादी थी, इसलिए वह घर छोड़कर निकल गए थे।
लगभग आज से 20 साल पहले मौत की खबर आई थी 20 साल पहले पटना में एक दुर्घटना हुई थी, लोगों को बताया गया कि उनके पति का निधन हो गया है, लेकिन मृतकों के नाम का उल्लेख नहीं किया गया था। 27 साल तक परिवार के सदस्य उन्हें ढूंढते रहे। फिर कुछ दिन पहले घर के एक सदस्य ने कुंभ में आकर उन्हें पहचान लिया और इसके बाद यह परिवार यहां पहुंचा।
पुत्र ने कहा- बाबूजी घर चलो गंगासागर यादव को देखकर उनके पुत्र कमलेश यादव ने कहा, बाबूजी, घर चलिए। बार-बार वह अपने पिता से घर जाने की विनती करते रहे। उन्होंने बताया की जब वह 2 साल के थे, तब उनके पिता ने घर छोड़ दिया था।
कुंभ पुलिस के पास आवेदन किया परिवार के सदस्यों ने इस बारे में कुंभ मेला पुलिस से शिकायत की है और पुलिस अपनी तरफ से इस मामले की जांच कर रही है। मुरली यादव ने उम्मीद जताई है कि उनका बड़ा भाई उनके परिवार के सदस्यों की बात सुनेगा और घर वापस लौटेगा