प्रयागराज में हुए हत्याकांड के बाद प्रयागराज में उत्तर प्रदेश पुलिस का ताबड़तोड़ एक्शन जारी है. आज अतीक के करीबी सफदर अली के घर को ढहाने की कार्रवाई की गई. इसके पहले प्रयागराज के चकिया इलाके में मौजूद सफदर अली का घर खाली कराया गया मौके पर प्रयागराज विकास प्राधिकरण और पुलिस की टीम मौजूद थे. सफदर और उसके बेटों का कहना है कि हमारा अतीक से और उमेश पाल के हत्यारों से कोई संबंध नहीं है
चकिया इलाके में मौजूद सफदर के जिस मकान पर कार्रवाई की जानी है, वह सफदर के दो बेटों फजल अब्बास और सैयद कमर अब्बास के नाम पर है. सफदर अली और उनके दोनों बेटों का कहना है कि उनका कभी अतीक अहमद या उनके गैंग से कोई रिश्ता नहीं रहा.
जॉनसन रोड पर गन उनका हाउस है. उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने वाले शूटरों से भी कोई रिश्ता नहीं है. प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने कभी कोई नोटिस नहीं दिया. आज अचानक घर खालीकर मकान गिराने की बात बताई कही जा रही है
पहले किया विरोध, फिर करने लगे घर खाली
सफदर अली के घर जब प्रशासन और पुलिस की टीम पहुंची और घर खाली करने का कहा, तो परिवार ने गेट बंद करके विरोध किया. मगर, स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने सरकारी काम में बाधा पहुंचाने की बात कही, तो सब शांत हो गए
फिर घर वाले खुद ही सामान लेकर बाहर निकालने लगे. इसके बाद कार्रवाई शुरू कर दी गई. करीब ढाई घंटे में पांच मशीनों के जरिए सफदर अली का दो मंजिला मकान जमींदोज कर दिया गया.
तोड़ा गया था जफर का घर
बुधवार को प्रयागराज में अतीक अहमद के करीबी बिल्डर खालिद जफर के घर पर बुलडोजर चला. अतीक अहमद के घर के बगल में रहने वाले बिल्डर खालिद जफर की अवैध संपत्ति पर प्रयागराज विकास प्राधिकरण का बुलडोजर चला था. इस दौरान खालिद जफर के घर से दो विदेशी बंदूक और एक तलवार बरामद हुई थी.
प्रयागराज के चकिया स्थित इस दो मंजिला इमारत में ही उमेश पाल हत्याकांड के बाद शूटर, अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता से मिलने आए थे और मिलने के बाद फरार हो गए थे. गौरतलब है कि उमेश पाल हत्याकांड के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में कहा था कि हम माफिया को मिट्टी में मिला देंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस बयान का असर अब जमीन पर दिखने लगा है.