लखनऊ 6 सितम्बर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के अलीगंज में स्थित मॉडर्न स्कूल के सारनाथ हॉल में उत्साह और उमंग से भरा माहौल था, जब शहरभर से आए लगभग 200 बच्चों ने एक विशाल खाली दीवार को खुशियों से भरे भव्य भित्ति-चित्र (म्यूरल) में बदल दिया।
इस कार्यक्रम आर्ट जैम 2025 में 4 से 15 वर्ष तक के बच्चों ने भाग लिया। इसमें सी.एम.एस., ला मार्टिनियर और सेठ एम.आर. जयपुरिया जैसे अनेक विद्यालयों के छात्र-छात्राएँ शामिल हुए।
मॉडर्न स्कूल की प्रिंसिपल मैडम मीना काने ने जानकारी देते हुए बताया कि बच्चों को यह स्वतंत्रता दी गई थी कि वे अपनी कला के माध्यम से यह व्यक्त करें कि उन्हें खुशी कहाँ से मिलती है – चाहे घर में, स्कूल में या फिर रोज़मर्रा की ज़िंदगी में। इस साझा चित्रकला में इंद्रधनुष, परिवार, पालतू जानवर, हँसी और सपनों जैसी अनेक झलकियाँ दिखाई दीं।
यह विविध रंगों का संगम इस बात का प्रतीक था कि एक बच्चे के जीवन में भावनात्मक सुख-समृद्धि कितनी महत्वपूर्ण है। एवं उसके समग्र विकास के लिए जरूरी भी है
कोऑर्डिनेटर मैडम मनीषा राठौड़ ने कहा है कि अनेक प्रतिभागियों के लिए यह अनुभव अविस्मरणीय रहा। उन्हें गर्व था कि उनकी चित्रकला सैकड़ों अन्य कलाकृतियों के साथ सजी और वे किसी बड़े प्रयास का हिस्सा बने। प्रत्येक बच्चे को एक “जॉय किट” भेंट की गई, जिसमें भावनात्मक सुख-समृद्धि को बढ़ावा देने वाले तत्व शामिल थे।
स्पोर्ट फैकल्टी से रजनीश त्रिवेदी ने बताया है कि भावनात्मक सुरक्षा हर बच्चे का अधिकार है। रचनात्मक अभिव्यक्ति के माध्यम से भावनात्मक सुख-समृद्धि को प्रोत्साहित कर आर्ट जैम ने बच्चों की आवाज़, उनकी खुशी और उनके अपनत्व का उत्सव मनाया—और सबके लिए एक उज्जवल दुनिया को रंगों में सजाया।
कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतियोगी बच्चों को स्कूल की तरफ से जॉय किट” एवं सर्टिफिकेट प्रदान किए गए