बुक कैफे बच्चों को देता है पढ़ाई के साथ खेलने का भी मौका
बुक कैफे एवं लाइब्रेरी ले रहा है तेजी से प्रसार
आजकल बच्चों को पढ़ाई के साथ भी फन चाहिए होता है तो ऐसे में बुक कैफे और लाइब्रेरी का ट्रेंड समाज में आकार ले रहा है जहां पहले शहर या कॉलेज मैं एक या दो लाइब्रेरी या पुस्तकालय देखने को मिलते थे आज के समय में परिवेश बदल रहा है आपने देखा होगा हमारे समाज में गली मोहल्लों में तमाम छोटी-बड़ी लाइब्रेरी उदय हुई है जिसका की लाभ आज की युवा पीढ़ी और पढ़ने वाले बच्चे लेते हुए देखे जा सकते हैं यह पुस्तकालय खोलने का चलन जहां एक और युवाओं को अपने सब्जेक्ट से संबंधित पुस्तक उपलब्ध कराने का कार्य करता है वही उनको पढ़ने के लिए अनुकूल वातावरण भी उपलब्ध कराता है साथ ही साथ खाली पड़ी तमाम कमर्शियल और घरेलू जगहों का सदुपयोग करते हुए बुद्धिजीवी इसको व्यापार का भी आकार देने लगे हैं जो भी पाठक इन लाइब्रेरी में आते हैं वह पाठ्य सामग्री के साथ साथ अनुकूल माहौल पानी चाय कोल्ड ड्रिंक की सुविधा व बैठने की आरामदायक वातानुकूलित जगह को देखते हुए उचित मूल्य भी लाइब्रेरी या पुस्तकालय संचालक को प्रदान करते हैं जिससे कि वह इन निजी पुस्तकालय को और सुविधाजनक बनाया जा सके
आजकल प्राइमरी क्लास के बच्चे भी इन पुस्तकालय के प्रति आकर्षित हुए हैं ऐसे निजी पुस्तकालय उन्हें जहां बच्चों का पुस्तकों के प्रति ध्यान आकर्षित किया है वही एक नया रोजगार भी विकसित किया है अभी पाठ्य सामग्री के आधार पर देखा जाए तो प्राइमरी शिक्षा से संबंधित बच्चों को पाठ्य सामग्री ऐसी पुस्तकालय में उपलब्ध नहीं हो पाती है जिससे कि वह 1 और खेल और पढ़ाई को मिश्रित करते हुए अपने अपने घरों में भी छोटा सा पुस्तकालय या बुक कैफे स्थापित कर सकते हैं जिससे कि उनको पढ़ाई के साथ-साथ खेल का भी आनंद आएगा और स्थान परिवर्तन से अनुकूल माहौल भी बनेगा ऐसे ही कुछ टिप्स विद्यार्ट्री मॉडर्न स्कूल में पढ़ने वाली सिक्स स्टैंडर्ड की स्टूडेंट आर्य गुप्ता और सेकंड स्टैंडर्ड की स्टूडेंट समृद्धि गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया है कि हमारे घर में जो भी हमारे सब्जेक्ट से रिलेटेड स्टोरी टाइप की कोई भी बुक्स जो पुरानी क्लास की थी या मार्केट में उपलब्ध है ऐसी सभी बुक्स को एक जगह एकत्रित करके घर में किसी खाली पड़े स्थान को बुक कॉर्नर या बुक कैफे नाम से आकार दिया जा सकता है और अपने मनोरंजन के हिसाब से समय-समय पर अपनी रेगुलर स्टडीज के बाद अपने माइंड को फ्रेश करने ऐसे बुक कॉर्नर में आकर अपने मनपसंद की पुस्तकों का आनंद उठाया जा सकता है साथ में कुछ स्नैक्स या कंसंट्रेट करने वाला म्यूजिक हो तो और भी आनंद आता है आप भी ट्राई करें