डायरिया रोगियों को समुचित इलाज मुहैया करायें: ब्रजेश पाठक
सरकारी अस्पतालों में दवाओं और जांच के पर्याप्त इंतजाम जुटाने के निर्देश
लखनऊ। 21 मई गर्मी का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में डायरिया समेत दूसरी संक्रामक बीमारियों के बढ़ाने की आशंका बढ़ जाती है। सभी सरकारी अस्पतालों को खास सतर्क रहने की जरूरत है। इमरजेंसी सेवाओं को और मजबूत करने की जरूरत है। संक्रामक रोग फैलने की दशा में आसानी से बीमारी से निपटा जा सके।
रैपिड रिस्पांस टीम बनाये
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में संक्रामक रोगियों के भर्ती की पुख्ता व्यवस्था की जाये। दवा, जाँच में किसी भी तरह की कमी नहीं होनी चाहिए। सभी जिलों में सीएमओ रैपिड रिस्पांस टीम बनाये। जो बीमारी की फैलने की दशा में राहत कार्य पहुँचा सकें। नगरीय सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट करें। यहाँ से बीमारी पर काबू पाना आसान होगा। समय पर राहत कार्य से बीमारी के प्रसार को रोका जा सकता है। सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ओरआरएस, ग्लूकोज, एंटीबायोटिक समेत दूसरी दवाओं का स्टॉक जुटा लें।
पानी की नियमित जाँच कराये
श्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि जिलाधिकारी, नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम नियमित पानी की जाँच करें। घरों से लेकर सड़क पर लगे नलों से पानी लेकर जाँच करायें। जल संस्थान व दूसरे जिम्मेदार विभागों के अफसर पानी की गुणवत्ता बरकरार रखने में किसी भी तरह की कोताही न बरतें। मानक के अनुसार क्लोरीन पानी में मिलाये। ताकि लोगों को साफ-सुथरा पीने लायक पानी की आपूर्ति की जा सके।
जागरूकता अभियान चलाये
लोगों को संक्रामक बीमारियों के प्रति जागरूक करें। सीएमओ अभियान चलायें। इसमें डायरिया, मलेरिया, डेंगू, टॉयफाइड समेत दूसरी बीमारी से बचाव व लक्षण के बारे में बताये। ताकि लोग शुरूआत में लक्षणों की पहचान कर इलाज करा सकें।
पेट गड़बड़ाना
लगातार उल्टी होना
अत्यधिक मतली आना
पेट में दर्द और सूजन होना
शरीर में पानी की कमी होना
बार-बार बुखार आना
मल के साथ खून आना
बदहजमी की शिकायत होना
भूख में कमी आना आदि लक्षण नजर आए तो तुरंत अपने पास के किसी सरकारी अस्पताल में दिखाएं