लखनऊ: 04 फरवरी, विगत 23 जनवरी, 2024 से शुरू हुआ बुन्देलखण्ड गौरव महोत्सव कई जनपदों की यात्रा करते हुए जनपद हमीरपुर पहुँच चुका है। इस आयोजन के अंतर्गत वीरों की धरती बुन्देलखण्ड के गौरवशाली इतिहास एवं समृद्ध विरासत को आगन्तुकों को परिचित कराया जा रहा है। साथ ही प्रचीनता को आधुनिकता से जोड़ते हुए युवा पीढ़ी को बुन्देलखण्ड की विरासत पर गौरव करने का अवसर प्रदान किया जा रहा है। इसके अलावा बुन्देली संस्कृति को संरक्षित एवं समृद्ध बनाने के लिए युवाओं को जागरूक किया जा रहा है।
यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता संग्राम में अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाली झांसी की रानी के पराक्रम तथा आल्हा-ऊदल की वीरता की कहानियों से पूरा बुन्देलखण्ड परिचित है। आगन्तुकों को नयी विधाओं के खेलों में भाग लेने के अलावा बुन्देलखण्ड के सातों जनपदों के इतिहास की कहानियों से भी रूबरू करया जा रहा है। अब तक जिन जनपदों में महोत्सव का आयोजन किया गया है। वहाँ लोगों के उत्साह से पता चलता है कि अपने अतीत को जानने की ललक चरम पर है।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि हमीरपुर में 05 व 06 फरवरी को हॉट एयर वैलूनिंग, योग, हेरिटेज वॉक के अलावा विभिन्न प्रतिस्पर्धाएं, वॉटर स्पोर्टस् तथा प्रभातफेरी के साथ-साथ विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। आगन्तुकों को योग, ध्यान तथा ज्ञान के साथ-साथ मनोरंजन का बेहतरीन अवसर देखने को मिलेगा। राज्य सरकार बुन्देलखण्ड गौरव महोत्सव के माध्यम से पर्यटकों को आकर्षित करने पर भी ध्यान दे रही है। इस महोत्सव के माध्यम से लोगों को अपनी संस्कृति, कला, खानपान की विविधताओं से भी अवगत कराने का प्रयास किया जा रहा है। पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि महोत्सव में पहले दिन कल्पवृक्ष परिसर में योग और अन्य गतिविधियां, स्पोर्ट्स स्टेडियम में हाट एयर बैलून का प्रदर्शन, शैलेश्वर मंदिर सरीला फोर्ट, कलिका मंदिर सरीला में हेरिटेज वॉक, पतंगबाजी, पेंटिंग, रंगोली, मेंहदी प्रतियोगिता यमुना बेतवा संगम पर होगी। इसी समयावधि में शहीदों के गांवों में प्रभातफेरी, सांस्कृतिक कार्यक्रम, सम्मान समारोह और दीपदान, स्पोर्ट्स स्टेडियम में खेल प्रतियोगिताएं, यमुना सेतु से कल्पवृक्ष तक वाटर स्पोर्ट्स, परेड ग्राउंड में क्षेत्रीय सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोकनृत्य तथा स्थानीय कलाकारों के साथ-साथ सुधीर यदुवंशी दिल्ली द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि महोत्सव में दूसरे दिन कल्पवृक्ष परिसर में योग और अन्य गतिविधियां, स्पोर्ट्स स्टेडियम में हाट एयर बैलून का प्रदर्शन, संगमेश्वर मंदिर, रानी लक्ष्मी बाई पार्क, यमुना तटबंध, अटल पथ, कल्पवृक्ष सहित अन्य स्थलों पर हेरिटेज वाक, परेड ग्राउंड पर साहित्य संगम, प्रगतिशील कृषकों द्वारा चर्चा, आल्हा एवं दिवारी नृत्य आयोजन किया जायेगा।
इस उत्सव का लक्ष्य अल्प ज्ञात ऐतिहासिक क्षेत्रों, इसकी सांस्कृतिक विचित्रताओं, ऐतिहासिक विरासत को बढ़ावा देना और आगंतुकों को इस क्षेत्र की अल्पज्ञात उप संस्कृतियों और मौखिक इतिहासों का एक विस्तृत अनुभव इत्यादि प्रदान करना है। इसके माध्यम से बुंदेलखंड के इतिहास को जन-जन तक पहुंचाया जा सकेगा।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने कहा कि बुन्देलखण्ड गौरव महोत्सव से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय स्तर पर रोजगार के साधन भी सृजित होंगे। बुंदेलखंड में पर्यटन की असीम संभवनाएं हैं। राज्य सरकार महोत्सव के माध्यम से इसे धरातल पर उतारने का प्रयास कर रही है।
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