पहली बार भारतीय महिला क्रिकेट टीम बनी वर्ल्ड चैंपियन भारतीय बेटियों ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी से दिखाए कमाल देश में जश्न का माहौल
मुंबई 2 नवंबर महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप 2025 अब भारतीयों के नाम जी हां हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने महिला वर्ल्ड कप 2025 जीतकर देश का नाम रौशन कर दिया। नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए खिताबी मुकाबले में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर ऐतिहासिक विजय हासिल की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस जीत पर X पर लिखा कि ICC विमेंस क्रिकेट वर्ल्ड कप 2025 के फाइनल में भारतीय टीम की शानदार जीत। फाइनल में खिलाड़ियों ने बेहतरीन कौशल और आत्मविश्वास दिखाया। पूरे टूर्नामेंट में टीमवर्क और लगन अद्भुत रही। हमारे खिलाड़ियों को बधाई। यह ऐतिहासिक जीत भविष्य के चैंपियनों को स्पोर्ट्स में आने के लिए प्रेरित करेगी। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी विजेता टीम को बधाई देते हुए कहा कि हमारी बेटियां Champion हैं। बेटियों ने दिल भी जीता है और दुनिया भी। #WomensWorldCup2025 की यह जीत इस बात की गवाह है कि भारत की बेटियों की उड़ान आसमान से भी ऊँची है। साउथ अफ्रीका को हराकर भारत महिला क्रिकेट में विश्व विजेता बन गया है। देशवासियों को बधाई, बेटियों को बधाई। जय हिन्द।
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महिला वर्ल्डकप फाइनल में भारत की जीत में कप्तान हरमनप्रीत कौर के एक मास्टरस्ट्रोक का अहम रोल था. शुरुआत से जबरदस्त बैटिंग एवरेज लेकर चलीं टीम इंडिया 300 रन का आंकड़ा पार नहीं कर पाईंउसके बाद टीम इंडिया ने दो विकेट तो आसानी से निकाल दिए थे, लेकिन 19 ओवर के बाद साउथ अफ्रीका के स्कोर बोर्ड पर 109 रन लग गए हैं. लौरा वोल्वार्ट 60 पर पहुंच गई हैं और टीम इंडिया की बॉलर्स के लिए बड़ा सिरदर्द बनी हुई थीं, इसी बीच हरमनप्रीत ने चौंकाने वाला फैसला लेते हुए गेंद शेफाली वर्मा को थमा दी. शेफाली रेगुलर बॉलर नहीं थी. इतने अहम मुकाबले में बड़ा रिस्क लेकर हरमनप्रीत ने शेफाली को गेंद दी थी. शेफाली वर्मा ने पहले ही ओवर में सुने लुस को पवेलियन की राह दिखा दी
विकेट को तरस रही भारतीय टीम गदगद हो गई. अगले ही ओवर में शेफाली ने एक और बल्लेबाज को आउट कर मैच का पासा ही पलट दिया. दो विकेट एक साथ जाने के बाद दक्षिण अफ्रीका की पारी संभल नहीं पाई. 29 ओवर के बाद साउथ अफ्रीका का स्कोर 4 विकेट खोकर केवल 146 रन पर पहुंच पाया था.
- शेफाली वर्मा की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी
गेंदबाजी से पहले शेफाली वर्मा ने 78 गेंदों में 111.54 की स्ट्राइक रेट से खेलते हुए 87 रनों की शानदार पारी खेली. जिसमें 7 चौके और 2 गगनचुंबी छक्के भी जड़े. स्मृति मंधाना ने शेफाली का साथ देते हुए 45 रनों का पारी खेली. 104 रन की ओपनिंग पार्टनरशिप ने भारत के 298 रन के टोटल में अहम रोल था. सलामी बल्लेबाज प्रतिका रावल की इंजरी के बाद शेफाली वर्मा को टीम में मौका मिला था. सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शेफाली नहीं चल पाई तो फाइनल मुकाबले में उनपर प्रदर्शन करने का भी दवाब था. उनके चयन पर ही कुछ फैंस ने सवाल उठाए थे. फाइनल में शेफाली ने सभी का जवाब दे दिया.