नई दिल्ली 1 अक्टूबर मणिपुर में हिंसा के पीछे खालिस्तानी आतंकियों से जुड़े होने के सबूत मिल रहे हैं। कनाडा में रहने वाले एक कूकी जनजाति के नेता ने अगस्त महीने में एक उग्र भाषण दिया जिससे इलाके में तनाव और बढ़ गया।
खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि यह कार्यक्रम कनाडा के सरे में उसी गुरुद्वारे में आयोजित किया गया था, जिसके प्रमुख और खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की जून में अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, नॉर्थ अमेरिकन मणिपुर ट्राइबल एसोसिएशन (NAMTA) के कनाडा चैप्टर प्रमुख लीन गंग्ते ने अपने संबोधन में “भारत में अल्पसंख्यकों पर हमले” की निंदा की और कनाडा से “हर संभव मदद” के लिए कहा।
रिपोर्ट में बताया गया है कि NAMTA ने 7 अगस्त को फेसबुक और एक्स पर कार्यक्रम का एक वीडियो पोस्ट किया था। गंग्ते ने इस दौरान कुकी और मैतेई जनजातियों के बीच जातीय हिंसा के बारे में उग्र बाते कीं।
गंग्ते ने भाषण में कहा कि, ‘जिस तरह से आप लोग खालिस्तान की मांग कर रहे है, उसी तरह हम भी अलग मणिपुर के लिए लड़ रहे हैं। मणिपुर में हमारे समुदाय के नेताओं को सरकार मिटा देना चाहती है, उन्हें कनाडा में राजनीतिक शरण दी जाए।
गंग्ते ने आगे कहा- हमारे समुदाय को भी कनाडा में सियासी तौर पर आगे बढ़ने का मौका मिले।’ इसके बाद गुरुनानक गुरुद्वारा समिति सरे की ओर से कुछ खालिस्तानी समर्थकों ने गंग्ते को आगे की रणनीति साथ मिलकर बनाने का भरोसा दिया।
कूकी नेता मणिपुर मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुप रहने पर सवाल उठा रहा है। वो कहा रहा है- मोदी अमेरिका गए, फ्रांस गए, मिस्र गए पर मणिपुर मुद्दे पर कुछ नहीं कहा। कूकी नेता ने कहा कि भारत में अल्पसंख्यकों पर हमले हो रहे हैं। वो वहां सुरक्षित नहीं हैं।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक खुफिया एजेंसियों को सबूत मिले हैं कि कनाडा में खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या के बाद लीन गंग्ते ने आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के साथ बैठक की। 3 घंटे चली इस बैठक के बाद खालिस्तानी नेटवर्क के जरिए करोड़ों रुपए हवाला से मणिपुर पहुंचाए गए।
राज्य में आतंकी कनेक्शन को लेकर पहली गिरफ्तारी
इस बीच देश की शीर्ष आतंकवाद विरोधी एजेंसी NIA ने देश के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय साजिश रचने के मामले में मणिपुर में पहली गिरफ्तारी की है। NIA ने मणिपुर के पहाड़ी जिले चूराचांदपुर से एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है।
सेमिनलुन गैंगटे नाम के इस संदिग्ध पर बांग्लादेश और म्यांमार के आतंकवादी नेताओं से जुड़े होने का आरोप है। आरोप है कि आतंकी संगठन चिन-कुकी-मिजो लोगों के लिए अलग राज्य बनाने के लिए युद्ध छेड़ने की साजिश रच रहे हैं।