लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल नगर निगम के एक मरीज को देखने प्राइवेट हॉस्पिटल गई थीं. जूते पहनकर मेयर ICU में प्रवेश कर रही थीं, तो डॉक्टर ने उनसे जूते उतारकर आने को कहा. मेयर मैडम को गुस्सा आ गया. उन्होंने फौरन नगर निगम का बुलडोजर बुलवा लिया. जैसे ही बुलडोजर चला बवाल मच गया. पुलिस पहुंची और किसी तरह मामले में शांत कराया गया. मेयर कैंप का कहना है उनके साथ बदसलूकी हुई थी
एक जमाना था जब नेता समाजसेवी, धैर्यवान और लोगों के आदर्श हुआ करते थे. लेकिन जैसै-जैसै दुनिया प्रगति कर रही है, लोगों के साथ नेताओं की भी संवेदनशीलता शून्य होती जा रही है. इसकी बानगी लखनऊ में देखने को मिली. जानकारी के मुताबिक लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल अपने किसी करीबी को देखने लखनऊ के बिजनौर इलाके में स्थित विनायक अस्पताल पहुंचीं थीं.
मेयर जिस मरीज को देखने पहुंचीं थी वह आईसीयू में भर्ती था, आईसीयू की गाइडलाइन के मुताबिक वहां कोई जूता पहनकर नहीं जा सकता. यही कारण था कि आईसीयू वार्ड में जूता पहनकर प्रवेश कर रही मेयर सुषमा खर्कवाल को डॉक्टर ने टोका. लेकिन यह मेयर साहिबा को नागवार गुजरा गया. भड़की महापौर ने तत्काल नगर निगम का बुलडोजर बुला लिया
नगर निगम का बुलडोजर पहुंचते ही अस्पताल के कर्मचारियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जैसै तैसे लोगों को शांत कराया. लेकिन चिंता करने वाली बात यह है कि महापौर सुषमा खर्कवाल ने जिस अस्पताल के लिए बुलडोजर बुलवाया था. उसमें कई मरीजों का उपचार जारी था. जिसके चलते मरीजों की जान पर बन आई. मेयर की यह संवेदहीनता देखकर लोग हैरान रह गए. इस दौरान तीमारदार भी हलकान दिखे. वहीं, इस पूरे मामले पर मेयर कैंप का कहना है कि उनके साथ बदसलूकी हुई है