जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज दो दिवसीय यात्रा पर आज भारत पहुंचे जहां वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय संबंधों के सम्पूर्ण आयामों तथा महत्वपूर्ण क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे दोनों नेताओं के बीच बैठक में यूक्रेन संघर्ष, हिन्द प्रशांत क्षेत्र की स्थिति, स्वच्छ ऊर्जा, कारोबार एवं नयी प्रौद्योगिकी सहित द्विपक्षीय संबंधों को गति प्रदान करने के कदमों पर चर्चा की जायेगी
भारत पहुंचने पर जर्मनी के चांसलर शोल्ज ने राष्ट्रपति भवन में सलामी गारद का निरक्षण किया. यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका स्वागत किया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने अपने ट्वीट में कहा कि चांसलर शोल्ज की यात्रा बहु आयामी भारत-जर्मन सामरिक गठजोड़ को और गहरा बनाने का अवसर प्रदान करेगा
-शोल्ज वार्ता के एजेंडे के बारे में जानकार सूत्रों ने बताया कि संघर्ष के प्रभाव, खास तौर पर खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा इस बातचीत में प्रमुखता से उठने की संभावना है. इसके अलावा कारोबार, रक्षा, स्वच्छ ऊर्जा और नयी प्रौद्योगिकी सहित अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा हो सकती है.
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दोनों नेताओं के बीच हिन्द प्रशांत क्षेत्र में सम्पूर्ण स्थिति के बारे में भी चर्चा हो सकती है जहां पिछले कुछ वर्षो में चीनी आक्रामकता देखी गई है. ज्ञात हो कि इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी और चांसलर शोल्ज के बीच 16 नवंबर को G20 शिखर सम्मेलन से इतर इंडोनेशिया के बाली में द्विपक्षीय वार्ता हुई थी.
दोपहर में शोल्ज राजघाट जाकर महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे. चांसलर शोल्ज का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भेंट करने का भी कार्यक्रम है. कल सुबह चांसलर शोल्ज बेंगलुरु के लिए रवाना होंगे. विदेश मंत्रालय ने जर्मन चांसलर की यात्रा की घोषणा करते हुए सोमवार को कहा था कि शोल्ज के साथ वरिष्ठ अधिकारी और उच्चाधिकार प्राप्त उद्यमी शिष्टमंडल भी होगा. मोदी और शोल्ज दोनों देशों के उद्योपगतियों के साथ भी संवाद करेंगे