भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा (R Praggnanandhaa) चेस वर्ल्ड कप फाइनल में मैग्नस कार्लसन से टाईब्रेक में हार गए हैं. इस तरह प्रज्ञानंदा को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा
इस पूरे टूर्नामेंट में भारतीय ग्रैंडमास्टर ने बेहतरीन खेल दिखाया. FIDE ने एक्स पर ये जानकारी दी. उन्होंने लिखा, “2023 FIDE वर्ल्ड कप के उपविजेता आर प्रज्ञानानंदा!. प्रभावशाली टूर्नामेंट के लिए 18 वर्षीय भारतीय प्रतिभाशाली खिलाड़ी को बधाई. फाइनल में पहुंचने के रास्ते में आर प्रज्ञानानंदा ने वर्ल्ड नंबर 2 हिकारू नाकामुरा और फैबियानो कारूआना को हराया
Praggnanandhaa is the runner-up of the 2023 FIDE World Cup! 🥈
Congratulations to the 18-year-old Indian prodigy on an impressive tournament! 👏
On his way to the final, Praggnanandhaa beat, among others, world #2 Hikaru Nakamura and #3 Fabiano Caruana! By winning the silver… pic.twitter.com/zJh9wQv5pS— International Chess Federation (@FIDE_chess) August 24, 2023
प्रज्ञानानंदा फिडे वर्ल्ड कप चेस के फाइनल में क्लासिकल मुकाबले बराबरी पर रहने के बाद दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन से बृहस्पतिवार को टाइब्रेक में 1.5 – 0.5 से हार गए. दूसरा 25 प्लस 10 टाइब्रेक मुकाबला 22 चालों के बाद ड्रॉ रहा. नॉर्वे के महान खिलाड़ी कार्लसन ने पहला मुकाबला जीतने के बाद रक्षात्मक खेल दिखाया. कार्लसन की वर्ल्ड कप में यह पहली जीत है लेकिन वह वर्ल्ड चैम्पियनशिप पांच बार जीत चुके हैं
उन्हें भारत के 18 वर्ष के प्रज्ञानानंदा से पहले टाइब्रेक मुकाबले में कड़ी चुनौती मिली और 45 चालों के बाद वह जीत सके. दूसरे मुकाबले में हालांकि उन्होंने दबदबा बनाया और आसानी से जीते. इससे पहले मंगलवार और बुधवार को दो क्लासिकल मुकाबले ड्रॉ रहे थे जिससे मुकाबला टाइब्रेक में खिंचा. प्रज्ञानानंदा ने टूर्नामेंट में दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी हिकारू नकामूरा और तीसरे नंबर के खिलाड़ी फेबियानो कारूआना को हराकर कार्लसन के खिलाफ फाइनल में जगह बनाई. इस टूर्नामेंट के बाद प्रज्ञानानंदा ने कैंडिडेट्स 2024 टूर्नामेंट में जगह बना ली जो कनाडा में होगा. वह बॉबी फिशर और कार्लसन के बाद इस टूर्नामेंट में जगह बनाने वाले तीसरे सबसे युवा खिलाड़ी बन गए