उत्तर प्रदेश विधानसभा शुक्रवार देर रात तक चली। रात 12:20 के बाद भी सदन की कार्यवाही स्थगित की गई उस समय 100 सदस्य बैठे रहे। राज्यपाल के अभिभाषण पर चल रही चर्चा में 103 से ज्यादा सदस्यों ने भाग लेकर अपने यहां की समस्याओं को सदन में रखा।विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा था कि जरूरत पड़ी तो विधानसभा देर रात तक चलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि सदन में बैठने वाले सदस्यों की ग्रुप फोटोग्राफ करा कर विधानसभा गैलरी में लगाई जाएगी।
इस बार बजट सत्र शुरू होने से पहले विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सर्वदलीय बैठक में राज्य के संसदीय परम्पराओं के अनुरूप राज्यपाल के अभिभाषण और बजट सत्र के लिए सभी दलीय नेताओं से सहयोग की अपेक्षा की थी। जिस पर सभी नेताओं ने उन्हें आश्वस्त किया था कि वे सदन के संचालन में पूरा सहयोग करेंगे। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष ने आग्रह किया था कि सदस्य सदन में केवल हाजिरी न लगाएं बल्कि सदन में उपस्थिति भी रहें। जिससे प्रदेश का विकास हो सके। नेता सदन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी दलीय नेताओं का स्वागत करते हुए कहा था कि देश के सबसे बड़े राज्य के आय-व्यय की चर्चा हम सब वर्ष 2023 के प्रथम सत्र में करने जा रहे हैं, जो संसदीय मर्यादाओं के अनुरूप होगा। उन्होंने कहा कि सदन एक सार्थक चर्चा का माध्यम होता है। हम सब लोगों ने कोराना काल में सदन को बढ़ चढ़ कर चलाने का काम किया। जिसे देश दुनिया सराहा गया।
बदलते वक्त और नई जरूरतों के मुताबिक अब यूपी विधानसभा भी नई नियमावली के हिसाब से चलेगी। इसका मसौदा तैयार हो गया है। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की पहल पर पहली बार नियमावली मूल रूप से हिंदी में तैयार हुई है। अब इसे अंग्रेजी में अनुवाद किया जाएगा। डिजिटल के दौर में 1965 की यूपी विधानसभा की प्रक्रिया एवं कार्य संचालन नियमावली के बजाए अब नई नियमावली बनाई गई है। विधायकों की सहूलियत और ज्यादा से ज्यादा बोलने का मौका देने के लिए नए प्रावधान जोड़े गए हैं। मसलन, प्रश्नकाल सुबह 11 बजे से 12:20 से तक चलता है। जरूरत पड़ने पर अब यह दोपहर तीन बजे भी हो सकेगा। सदन में ई- विधान लागू होने, सोशल मीडिया का प्रचलन बढ़ने और नियमों का सरल करने के साथ-साथ विपक्ष को अपनी बात कहने का ज्यादा वक्त देने के लिए यह बदलाव किया गया है।
शिवपाल और ब्रजेश पाठक के बीच वार-पलटवार
विधानसभा में शुक्रवार को प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं पर चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव और ब्रजेश पाठक के बीच जमकर नोकझोंक हो गई। दरअसल, शिवपाल ने स्वास्थ्य सेवाओं को खस्ता हाल करार दिया तो स्वास्थ्य मंत्री डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने जमकर पलटवार किया। उन्होंने समाजवादी पार्टी के नेताओं को घेरते हुए कहा कि लाल टोपी वाले नकली समाजवादी हैं और कानून को तोड़कर अराजकता फैलाना इनका काम है। इस पर शिवपाल ने उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी के सिद्धांतों पर चलने की सीख दी। इसके बाद सपा सदस्यों ने वेल में आकर नारेबाजी शुरू कर दी। बाद में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना द्वारा समझाने पर सपा सदस्य वेल से लौट आए।