नई दिल्ली 10 मई भारतीय सेना के अदम्य शौर्य साहस से 3 दिन में घुटने पर आया पाकिस्तान किया युद्ध विराम का अनुरोध अमेरिकी मध्यस्थता के प्रयास एवं पाकिस्तान के डाइरेक्टर जनरल मिलिटरी आपरेशन की प्रार्थना पर भारत ने सीजफायर की बात इस शर्त पर स्वीकार की है कि भविष्य में कोई आतंकी हमला युद्ध कृत्य माना जायेगा। आतंक पर भारत की जीरो टॉलरेंस की नीति व भारतीय सेना के सटीक प्रहार से भयभीत पाकिस्तान कई दिनों से भारत से संपर्क साधने का प्रयास कर रहा था
पिछले तीन दिन से हमारे लड़ाकू विमान ने जिस तरीके से पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है वह सैन्य इतिहास में पहली बार हुआ है जब दुश्मन को कुछ सोचने समझने का मौका भी नहीं मिला कुछ चोट ऐसी होती है जो देखने में नजर नहीं आती लेकिन सामने वाले की बिलबिलाहट से उसका गहरी होने का अंदाज लगाया जा सकता है ठीक वैसे ही पाकिस्तान को भारतीय आर्मी ने उनके सैन्य इंफ्रास्ट्रक्चर लॉन्चिंग पैड एवं एयरवेज को भारी क्षति पहुंचाते हुए किया है कराची बंदरगाह से लेकर सियालकोट लाहौर बहावलपुर तथा बालाकोट के कई एयरवेज को तथा लॉन्चिंग पैड को क्षतिग्रस्त कर दिया गया
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, इस अचानक हुए समझौते के पीछे गहन कूटनीतिक वार्ताओं की अहम भूमिका रही। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस. जयशंकर बीते कुछ दिनों से अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ निरंतर संवाद में थे। इन वार्ताओं का मुख्य उद्देश्य सीमा पर बढ़ते तनाव को कम कर, शांति बहाली की दिशा में ठोस कदम उठाना था।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे भारत और पाकिस्तान की ‘सामान्य समझदारी और श्रेष्ठ बुद्धिमत्ता’ का परिणाम बताया है। अमेरिका ने दोनों देशों को इस महत्वपूर्ण निर्णय के लिए बधाई दी है और उम्मीद जताई है कि इससे सीमाओं पर स्थायी शांति स्थापित होगी।
अमेरिका के विदेश मंत्री ने कहा कि बीते 48 घंटों में उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और उन्होंने भारत और पाकिस्तान के शीर्ष नेताओं से गहन बातचीत की। इनमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।