November 21, 2024 |

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उत्तर प्रदेश पुलिस की माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई तेज

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उमेश पाल हत्याकांड के बाद माफिया अतीक के करीबियों को तो छोड़िए, उसके दुश्मनों ने भी शहर छोड़ दिया है। जिस तरह से पुलिस टीमें और एसटीएफ छापेमारी अभियान चला रही हैं और सोमवार को एनकाउंटर में एक आरोपित अरबाज को मार गिराया गया।

इससे प्रयागराज में एनकाउंटर का खौफ दौड़ गया है। अतीक और उनके करीबियों के घर ताबड़तोड़ छापेमारी का असर यह हुआ कि अतीक और उनके परिवार वालों से दुश्मनी रखने वालों ने भी शहर छोड़ना शुरू कर दिया। इसमें ऐसे लोग ज्यादा शामिल हैं जो पहले अतीक के करीबी थे लेकिन वक्त पलटने पर उसके दुश्मन हो गए। इस बीच हत्याकांड में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ की इकाइयों के अलावा सभी जिलों को टास्क सौंपा गया है।

पिछले कई सालों में माफिया अतीक अहमद का किला ढहता गया। ऐसे में अतीक की सरपरस्ती में फलने, फूलने और पलने वाले उसके रिश्तेदार, बिरादरी के लोग अलग होते गए। साढ़ू इमरान, उसके भाई जानू ने तो अतीक और उनके बेटों पर गंभीर धाराओं में कई मुकदमे दर्ज करा दिए। इसी तरह अलकमा हत्याकांड को लेकर दो सगे भाई कम्मू और जाबिर कभी अतीक के सबसे करीबी हुआ करते थे। दोनों दुश्मन हो गए। उमेश की हत्या के बाद पुलिस ने ाकेबंदी कर तलाश शुरू की तो करीबियों के साथ दुश्मनों पर भी खौफ छा गया। चकिया, हरवारा, कसारी मसारी, केसरिया, बमरौली, करेली, धूमनगंज समेत पुराने शहर के कई इलाकों में अतीक के दुश्मन शहर छोड़ रहे हैं।

प्रयागराज शूटआउट में शामिल अपराधियों का ब्योरा सभी जिलों के साथ साझा करते हुए छिपने के सभी संभावित ठिकानों की तलाशी कराने के निर्देश दिए गए हैं। इस बीच हत्याकांड में नामजद एक अभियुक्त के प्रयागराज में पुलिस के साथ इनकाउंटर में मारे जाने के बाद अन्य फरार सभी शूटर और हमलावरों पर 50-50 हजार का इनाम घोषित कर दिया गया है।

 

विधान मंडल का सत्र जारी होने के कारण शासन स्तर से इस हत्याकांड का जल्द से जल्द खुलासा किए जाने का दबाव है। डीजीपी मुख्यालय इस मामले में एसटीएफ के साथ-साथ सभी जिलों में काम कर रही पुलिस टीमों से लगातार संपर्क में है। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने प्रयागराज में एक अभियुक्त अरबाज के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने की जानकारी के साथ ही यह भी बताया कि डीजीपी ने शेष सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी इनाम घोषित करने के निर्देश दिए हैं। इनाम की राशि हर स्तर पर बढ़ाई भी जाएगी। जरूरत पड़ने पर पुलिस मुख्यालय से भी इनामी राशि बढ़ाई जाएगी। इसमें निजी व्यक्तियों से भी अपील की गई है कि वे कोई भी सूचना मिलने पर पुलिस को सूचित करें।

माफिया और गैंगस्टर के विरुद्ध अभियान तेज

एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि शासन के निर्देश पर पेशेवर माफिया व गैंगस्टर के विरुद्ध अभियान तेज कर दिया गया है। साथ ही उन्हें संरक्षण देने वालों के विरुद्ध भी आईपीसी की धारा-120 बी के तहत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जनता से भी अपील कि यदि कोई गलत व्यक्ति उससे संरक्षण की मांग करे तो उसकी सूचना तत्काल स्थानीय पुलिस को दें। सूचना देने वाले का नाम पूरी तरह गोपनीय रखा जाएगा।

इससे प्रयागराज में एनकाउंटर का खौफ दौड़ गया है। अतीक और उनके करीबियों के घर ताबड़तोड़ छापेमारी का असर यह हुआ कि अतीक और उनके परिवार वालों से दुश्मनी रखने वालों ने भी शहर छोड़ना शुरू कर दिया। इसमें ऐसे लोग ज्यादा शामिल हैं जो पहले अतीक के करीबी थे लेकिन वक्त पलटने पर उसके दुश्मन हो गए। इस बीच हत्याकांड में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ की इकाइयों के अलावा सभी जिलों को टास्क सौंपा गया है।

पिछले कई सालों में माफिया अतीक अहमद का किला ढहता गया। ऐसे में अतीक की सरपरस्ती में फलने, फूलने और पलने वाले उसके रिश्तेदार, बिरादरी के लोग अलग होते गए। साढ़ू इमरान, उसके भाई जानू ने तो अतीक और उनके बेटों पर गंभीर धाराओं में कई मुकदमे दर्ज करा दिए। इसी तरह अलकमा हत्याकांड को लेकर

 

 


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