दिल्ली 19 फरवरी लंबे समय बाद दिल्ली की सत्ता में वापस आई भाजपा ने फिर से एक महिला को मुख्यमंत्री बनाकर बड़ा दांव चला है. भाजपा ने पहली बार की विधायक रेखा गुप्ता को दिल्ली की कमान सौंप दी है
रेखा गुप्ता शालीमार बाग से पहली बार विधायक बनी हैं. विधायक से पहले वो पार्षद का चुनाव भी जीत चुकी हैं. रेखा गुप्ता अपने परिवार से राजनीति में इकलौती हैं. रेखा का सियासी सफर पार्षद, विधायक से सीएम तक पहुंचा हैं. रेखा गुप्ता के सियासी सफर को तो अब सब लोग जान चुके हैं. लेकिन उनके परिवार को लेकर कई लोगों की जिज्ञासा बरकरार है
रेखा गुप्ता के परिवार में कौन-कौन
रेखा गुप्ता मूल रूप से हरियाणा के जींद जिले की रहने वाली हैं. लेकिन मात्र 2 साल की उम्र में ही वो दिल्ली चली आई थी. रेखा गुप्ता के दादा राजेंद्र जिंदल जींद के जुलाना में आढ़त व्यवसायी थे. रेखा के पिता जयभगवान जिंदल बैंक ऑफ इंडिया में मैनेजर थे. पिता को बैंक में मिली नौकरी के बाद भी उनका परिवार जींद से शिफ्ट होकर दिल्ली आ गया था. रेखा गुप्ता के पति क्या करते हैं
रेखा की मां उर्मिला जिंदल हाउस वाइफ थी. रेखा ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से राजनीति की शुरुआत की थी. रेखा गुप्ता के पति बीमा एजेंट के साथ-साथ कारोबारी हैं. रेखा ने नामांकन के समय जो हलफनामा पेश किया है, उसमें उन्होंने बताया कि उनके पति मनीष गुप्ता कोटक लाइफ इंश्योरेंस के बीमा एजेंट के साथ-साथ स्पेयर पार्ट्स के कारोबीरी है
सास बोलीं- रेखा ने ससुराल और मायके दोनों को सम्मान दिलाया
रेखा गुप्ता के परिवार के लोग उनके राजनीतिक सफर पर गर्व महसूस कर रहे हैं. उनकी सास मीरा गुप्ता ने कहा, “यह बहुत अच्छी बात है. उन्होंने हमारे पूरे परिवार – ससुराल और मायके दोनों को गौरव और सम्मान दिलाया है. पहली बार हमारे परिवार से कोई नेता बना है. वह पहली बार पार्षद चुनी गई, फिर पहली बार विधायक बनी और अब वह पहली बार मुख्यमंत्री बनने की राह पर है.”