बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में 29 दिसंबर को गुरु गोविंद सिंह जयंती का अवकाश घोषित किया है। बृहस्पतिवार को परिषदीय विद्यालयों के साथ परिषद से मान्यता प्राप्त सभी विद्यालयों में अवकाश रहेगा। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 22 दिसंबर 1666 को सिख धर्म के दसवें धर्म गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी का जन्म महान सिख परंपरा एवं विरासत वाले परिवार में श्री तेग बहादुर सिंह के घर में हुआ था लेकिन सिख धर्म के नानकशाही कैलेंडर के अनुसार 29 दिसंबर 2022 को यानी कि आज ही के दिन गुरु गोविंद सिंह जयंती मनाना सुनिश्चित किया गया है
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को गुरु गोबिन्द सिंह की जयन्ती की बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने बधाई संदेश में कहा है कि लोग कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत सभी सावधानियां बरतते हुए गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती मनाएं। उन्होंने कहा कि गुरु गोबिन्द सिंह ने समाज को सत्य, न्याय, धर्म और भलाई के लिए प्रेरित किया। जुल्म, अन्याय, अत्याचार के विरुद्ध आगे बढ़कर उन्होंने नेतृत्व प्रदान किया। उन्होंने कहा कि गुरु जी ने समाज के उपेक्षित वर्ग के लोगों को समाज की मुख्य धारा में शामिल कर सामाजिक समरसता का वातावरण बनाने का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया है। समाज को उनके बताए रास्ते पर चलकर देश और समाज के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करना चाहिए।
गुरु गोविंद सिंह सिखों के दसवें गुरु थे। श्री गुरू तेग बहादुर जी के बलिदान के उपरान्त 11 नवम्बर सन 1675 को 10 वें गुरू बने। आप एक महान योद्धा, चिन्तक, कवि, भक्त एवं आध्यात्मिक नेता थे। सन 1699 में बैसाखी के दिन उन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की जो सिखों के इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है वह एक महान योद्धा कवि साहित्यकार नेक इंसान दानी एवं अनेकों युद्ध कलाओं तथा बाद यंत्रों में भी निपुण थे उन्होंने मानवीय मूल्यों एवं अपने धर्म की खातिर न केवल अपना पूरे परिवार का बलिदान दिया था जो आज भी हमारे आदर्शों के शिरोमणि शीर्ष है आज की युवा पीढ़ी को उनके बलिदान और त्याग से प्रेरणा और शिक्षा लेनी चाहिए कि किस प्रकार उन्होंने अपने धर्म एवं मानवीय मूल्यों के खातिर पूरी मुगल सल्तनत से लोहा लिया था आता ताई मुगल सम्राट के अनेक यात्राओं से समाज को बचाने वाले हमारे धर्मगुरु श्री गुरु गोोविंद सिंह साहिब को आज हमारा राष्ट्र कृतज्ञता से श्रद्धांजलि अर्पित करता है