भारी बर्फबारी के बाद डीजीपी ने केदारनाथ धाम में डेरा डाला, कई टेंट क्षतिग्रस्त; सुरक्षा पर भारी श्रद्धा
रुद्रप्रयाग उत्तराखंड केदारनाथ धाम में लगातार हो रही बर्फबारी से यात्रियों के ठहरने के लिए लगाए गए टेंट बर्फ से ढक गए हैं। बर्फ के कारण कई टेंट टूट गए हैं।
जिससे स्थानीय युवाओं को भारी नुकसान हुआ है। प्रशासन ने इस बार स्थानीय युवाओं को बड़ी संख्या में टेंट लगाने की अनुमति दी थी, ताकि यात्रियों के विश्राम के लिए बेहतर व्यवस्था हो सके। लेकिन, केदारघाटी में मौसम की करवट के चलते बड़ी संख्या में टेंटों को नुकसान पहुंचा है। केदारनाथ में टेंट लगाने वाले अगस्तमुनि के युवा अनिल कोटियाल ने बताया कि लगातार बर्फबारी से टेंटों को भारी नुकसान पहुंच रहा है। युवाओं ने ऋण लेकर टेंट लगाए हैं। लेकिन, नुकसान होने से युवाओं को परेशानी उठानी पड़ रही है।
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार व रुद्रप्रयाग जिले की पुलिस अधीक्षक डा. विशाखा अशोक भदाणे ने दूसरे दिन बुधवार को भी केदारनाथ धाम में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान डीजीपी ने केदारनाथ मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं से संवाद किया। साथ ही मंदिर समिति के पदाधिकारियों से वार्ता की।
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि केदारनाथ धाम में भारी बर्फवारी हो रही है। बुधवार को ऋषिकेश, श्रीनगर गढ़वाल, रुद्रप्रयाग, फाटा और गौरीकुंड से केदारनाथ यात्रा को पूरी तरह से रोक दिया गया है। जो यात्री केदारनाथ में मौजूद थे उन यात्रियों को दर्शन कराने के बाद वापस भेजा जा रहा है। पुलिस महानिदेशक ने देश वासियों से अपील करते हुए कहा कि गुरुवार को यात्रा के दृष्टिगत मौसम के अनुसार निर्णय लिया जाएगा। मौसम विभाग की एडवायजरी का इंतजार किया जा रहा है।
केदारनाथ से वापस आते समय ग्राम मैदवा थाना दांतेनगर जिला आगरा, उत्तरप्रदेश निवासी 70 वर्षीय महिला बसंती देवी अपने स्वजन से बिछड़ गई थी। वृद्धा गौरीकुंड शटल पार्किंग में चोट लगने पर घायल अवस्था में मिली, जिसको गौरीकुंड पार्किंग में नियुक्त उपनिरीक्षक रमेश चंद्र बेलवाल एवं आरक्षी पीएसी सुशील कुमार ने प्राथमिक उपचार दिलाया और भोजन कराया। काफी प्रयासों के उपरांत वृद्धा के साथ यात्रा पर आए स्वजन रामसेवक को खोजकर वृद्धा को सकुशल उनके सुपुर्द किया।
केदारनाथ पैदल मार्ग पर हिमस्खलन से मार्ग अवरुद्ध
केदारनाथ पैदल मार्ग पर भैरव गदेरे में बुधवार शाम लगभग चार बजे अचानक पहाड़ी से हिमस्खलन होने से मार्ग अवरुद्ध हो गया है। लगभग 20 मिनट तक बर्फ टूट कर नीचे पैदल मार्ग पर गिरती रही। पैदल मार्ग पर लिनचोली व केदारनाथ के बीच चार स्थानों पर लगातार हो रही बर्फबारी के चलते हिमस्खलन का खतरा बना हुआ है, जिससे पैदल चल रहे यात्रियों की सुरक्षा का खतरा भी काफी बढ़ गया है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की लोनिवि शाखा के अधिशासी अभियंता प्रवीण कर्णवाल ने बताया कि हिमस्खलन से अवरुद्ध हुए पैदल मार्ग को तीन से चार घंटे में आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा।