प्रयागराज के दिनदहाड़े जगन्य उमेश पाल हत्याकांड पर एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस की सभी एजेंसियां लगी हैं, अन्य राज्यों के साथ भी समन्वय बनाया गया है।
दोनों शहीद जवानों के परिवारीजनों को अनुमन्य सहायता राशि दी गई है। अब तक अरबाज़ और उस्मान मारे गए हैं और सदाक़त को गिरफ़्तार किया गया है। एफआईआर में छह नामज़द और कई अज्ञात थे। पुलिस की विशेष टीमें और एसटीएफ लगाई गई है। डीजीपी प्रतिदिन मामले का समीक्षा कर रहे हैं और शासन को प्रगति रिपोर्ट भेजी जा रही है।
एडीजी प्रशांत कुमार ने प्रेसवार्ता में बताया कि उमेश पाल और दो सुरक्षाकर्मियों की हत्या में शामिल रहे एक और शूटर को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। मारे गए शूटर का नाम विजय चौधरी उर्फ उस्मान बताया जा रहा है। विजय ही वह शूटर था जिसने सबसे पहले उमेश पाल पर गोली चलाई थी। पुलिस ने उस पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। एनकाउंटर में एक सिपाही भी घायल हुआ है। इसके पहले प्रयागराज शूटआउट के बाद 27 फरवरी को हुए पहले एनकाउंटर में पुलिस ने अरबाज नाम के एक बदमाश को मार गिराया था। इस कांड में अतीक के तीसरे बेटे असद सहित पांच शूटरों पर ढाई-ढाई लाख रुपए का इनाम घोषित किया जा चुका है।
24 फरवरी की शाम जैसे ही उमेश पाल अपने घर के पास पहुंचे कि अचानक से हमलावरों ने गोलियों और बमों की बौछार कर दी थी। सीसीटीसी फुटेज से एक आरोपी को छोड़कर सभी की पहचान हो चुकी है। बताया गया कि इस हमले को अतीक के बेटे असद ने लीड किया था। विजय चौधरी ने उमेश पाल पर पहली गोली चलाई थी। शूटआउट के दौरान अपराधी उसे उस्मान के नाम से पुकार रहे थे। उमेश की गाड़ी रुकते ही सबसे पहले सिपाही बाहर आता है। उसके बाद पीछे के गेट से उमेश पाल गाड़ी से बाहर निकलते हैं। उसी वक्त एक सदरी पहने हुए शूटर ने हमला किया।