माँ चन्द्रिका देवी मंदिर के सौन्दर्यीकरण एवं प्रकाश आदि की व्यवस्था के लिए लगभग 8 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत
लखनऊ 1 दिसंबर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लखनऊ के बख्शी का तालाब स्थित माँ चन्द्रिका देवी मंदिर के सौन्दर्यीकरण एवं लाइटिंग कार्य के लिए लगभग 8 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है। इस धनराशि में से मंदिर परिसर के सौन्दर्यीकरण कार्य पर 6.30 करोड़ रुपये तथा प्रकाश आदि की व्यवस्था के लिए 1.65 करोड़ रुपये की धनराशि व्यय की जायेगी। यह प्राचीन मंदिर लखनऊ के धार्मिक स्थलों में प्रमुख स्थान रखता है। यहां पर दूर-दूर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं दर्शनार्थी साल भर आते हैं। इसको दृष्टिगत रखते हुए पर्यटक सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है।
यह जानकारी आज यहां प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि बख्शी का तालाब विकासखंड में कठवारा गांव स्थित मां चंद्रिका देवी का अत्यंत प्राचीन और भव्य मंदिर है। प्रदेश में इस शक्तिपीठ का अपना अलग महत्व है। यहां प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। अमावस्या पर बड़ा मेला लगता है। इसमें स्थानीय लोगों के अलावा बाहर से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। बड़ी संख्या में ऐसे भी श्रद्धालु आते हैं जो यहां पूजा-अर्चना करने के बाद बड़ा इमामबाड़ा, छोटा इमामबाड़ा और रूमी दरवाजा आदि जगह भ्रमण करते हैं।
श्री सिंह ने बताया कि मां चंद्रिका देवी मंदिर परिसर में जिगजैग रेलिंग, पहुंच मार्ग का निर्माण, प्रकाश व्यवस्था और साइनेज लगाए जाएंगे। इसके अलावा हाईमास्क लाइटें, तालाब का निर्माण, जलनिकासी की व्यवस्था की जाएगी। बेंच, बच्चों का पार्क भी बनेगा और गोमती नदी पर घाट का विकास कराया जाएगा। कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था समेत अन्य कार्य कराए जाएंगे। दूसरी योजना के तहत मां चंद्रिका देवी मंदिर 16 नंबर ट्यूबवेल से माँ चंद्रिका देवी मंदिर खंड तीन तक स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएंगी।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश को विश्व पर्यटन के मानचित्र पर लाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए पर्यटन स्थलों का विकास कराया जा रहा है। यहां की आवश्यकताओं को देखते हुए सुविधाओं में और वृद्धि की जा रही है। उन्होंने बताया कि यथाशीघ्र इस मंदिर के लिए स्वीकृत धनराशि को अवमुक्त करते हुए प्रस्तावित कार्य शुरू करा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार राजधानी के कई अन्य धार्मिक एवं ऐतिहासिक महत्व के इमारतों एवं मंदिरों आदि का सौन्दर्यीकरण का कार्य कराया जायेगा।