रांची 29 नवंबर हेमंत सोरेन ने गुरुवार शाम को झारखंड के सीएम के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण के पश्चात् सोरेन ने राज्य की महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने कहा कि “मंईयां सम्मान योजना” के तहत अब प्रत्येक महिला लाभार्थी के बैंक खाते में हर महीने 2,500 रुपये जमा किए जाएंगे।
इससे पहले, राज्य सरकार इस योजना के तहत 18 से 50 साल की महिलाओं को 1,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करती थी, जिसे अब बढ़ाकर 2,500 रुपये कर दिया गया है। इस योजना का लाभ राज्य के लाखों महिलाओं को मिलने वाला है, जो आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से हैं।
हेमंत सोरेन ने कहा, “हमने पहले ही निर्णय लिया था कि दिसंबर से इस योजना के तहत प्रत्येक महिला लाभार्थी को 2,500 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी। अब दिसंबर से प्रत्येक महीने महिला लाभार्थियों के बैंक खातों में यह राशि जमा की जाएगी।” उन्होंने बताया कि यह फैसला मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया था, हालांकि शपथ ग्रहण के दिन किसी भी मंत्री ने शपथ नहीं ली। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाली सरकार ने इस योजना की शुरुआत अगस्त महीने में की थी, जो चुनाव से पहले आई थी। इस योजना का लाभ प्रदेश की 50 लाख से ज्यादा महिलाओं को मिलता है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि चुनाव में INDIA गठबंधन की जीत में इस योजना की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
सीएम हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार से 1.36 लाख करोड़ रुपये का बकाया जारी करने की मांग की है। प्रदेश सरकार ने 2005 से खनिजों पर कुल 1.36 लाख करोड़ रुपये की रॉयल्टी की मांग की है, जो सर्वोच्च न्यायालय तक पहुंच चुका है। सर्वोच्च न्यायालय की 9 जजों की संविधान पीठ ने फैसला दिया था कि खनिज की रॉयल्टी पर राज्य का ही अधिकार है। सोरेन ने कहा कि झारखंड सरकार कोयला की बकाया राशि वसूलने के लिए केंद्र सरकार के खिलाफ कानूनी कदम उठाएगी। सोरेन ने अपनी पहली बैठक में लिए गए निर्णयों के बारे में मीडिया को बताया कि असम में झारखंड की जनजातियों को हाशिए पर रखा जा रहा है। वहां बड़े आंकड़े में झारखंड के मूल निवासी रह रहे हैं। उन्होंने घोषणा की कि एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल असम की जमीनी स्थिति का अध्ययन करेगा तथा अपनी रिपोर्ट झारखंड सरकार को सौंपेगा।
असम के सीएम हिमंत बिस्वा शर्मा ने बांग्लादेश से मुसलमानों की कथित घुसपैठ की वजह से झारखंड के आदिवासी समुदाय की स्थिति का मुद्दा बार-बार उठाया था। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाले गठबंधन ने इस विधानसभा चुनाव में 81 सदस्यीय विधानसभा में 56 सीटें जीतकर बहुमत बरकरार रखा, जबकि बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को 24 सीटें मिलीं। हेमंत सोरेन चौथी बार झारखंड के सीएम बने हैं। शपथ ग्रहण कार्यक्रम में सिर्फ उन्होंने स्वयं शपथ ली, तथा यह माना जा रहा है कि वह फ्लोर टेस्ट के पश्चात् अपने कैबिनेट का विस्तार करेंगे।