जम्मू-कश्मीर के चुब्बी इलाके में 5.9 मिलियन टन लिथियम पाया गया है। इसका मिलना हमारे देश के लिए एक अच्छी बात है, क्योंकि ये बहुत कम हिस्सों में पाया जाता है ऐसे में कहा जा रहा है कि मोदी की राज् में देश को हाथ लगा खजाना
यहां 5.9 मिलियन टन लिथियम पाया गया है। लिथियम का इस्तेमाल लिथियम बैट्री में होता है। इसका देश में मिलना हमारे लिए खुशी की बात है। चुब्बी इलाके में भी बहुत बड़ा लिथियम का ब्लॉक है: बीला रकवाल, DM रियासी, जम्मू और कश्मीर pic.twitter.com/s4IaDGM8FR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 10, 2023
जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के मुताबिक जम्मू-कश्मीर के सलाल-हिमाना इलाके में यह रिजर्व पाया गया है। देश में कुल 51 ब्लॉक मिले हैं। इनमें से 5 ब्लॉक में लिथियम, गोल्ड, पोटाश, मॉलिब्डेनम से जुड़े हुए हैं। 2018-19 से लेकर आज की तारीख में इन ब्लॉक्स को खोजा गया है। इसके अलावा 17 ब्लॉक्स कोयले के रिजर्व से जुड़े हैं। लिथियम के अनेकों फायदे हैं लेकिन इनका बड़े पैमाने पर उपयोग रिचार्ज करने योग्य बैटरियों में किया जता है।
लिथियम के फायदे
लिथियम उन्माद की गंभीरता और आवृत्ति को कम करने में मदद करता है, मूड स्विंग, बाइपोलर अवसाद का इलाज करने में मदद कर सकता है। यदि आपको आत्महत्या के बारे में अधिक सोचते हैं तो लिथियम इन भावनाओं को कम करने में मदद कर सकता है। लिथियम भविष्य में होने वाले उन्मत्त और अवसादग्रस्तता प्रकरणों को रोकने में भी मदद करता है।लिथियम और इसके यौगिकों में कई औद्योगिक तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। जिनमें गर्मी प्रतिरोधी ग्लास और चीनी मिट्टी की चीजे, लिथियम ग्रीस स्नेहक, लोहा, स्टील और एल्यूमीनियम उत्पादन के लिए फ्लक्स एडिटिव्स, लिथियम धातु बैटरी और लिथियम-आयन बैटरी शामिल हैं।