सूडान संकट :-भारतीय सेना की जय, पीएम मोदी जिंदाबाद…’: सूडान से 360 भारतीयों का पहला जत्था पहुंचा दिल्ली
नई दिल्ली सूडान संकट के बीच ऑपरेशन कावेरी’ के तहत संकटग्रस्त सूडान से निकाले गए 360 भारतीय नागरिकों को लेकर जेद्दा से पहली विशेष उड़ान बुधवार शाम दिल्ली पहुंची. सूडान की नियमित सेना और अर्द्धसैनिक बल के बीच संघर्षविराम समाप्त होने से पहले केंद्र सरकार लगातार यह कोशिश कर रही है कि हिंसा प्रभावित अफ्रीकी देश से अधिक से अधिक नागरिकों को बचाया जा सके. दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरने के बाद लोगों ने ‘भारत माता की जय’, ‘भारतीय सेना जिंदाबाद’ और ‘पीएम नरेंद्र मोदी जिंदाबाद’ जैसे नारे लगाए
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए, सूडान से लौटे एक भारतीय नागरिक ने कहा, ‘भारत सरकार ने हमें बहुत समर्थन दिया. यह बड़ी बात है कि हम यहां सुरक्षित पहुंच गए क्योंकि वहां बहुत खतरनाक हालात हैं. मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार को धन्यवाद देता हूं.’ दरअसल, सूडान से भारतीय नागरिकों को निकालने के अभियान ‘ऑपरेशन कावेरी’ के तहत भारत ने जेद्दा में पारगमन सुविधा स्थापित की है. सूडान से निकाले जाने के बाद भारतीय नागरिकों को सऊदी अरब के जेद्दा शहर में लाया जा रहा है
#WATCH | 'Bharat Mata Ki Jai', Indian Army Zindabad, PM Narendra Modi Zindabad' slogans chanted by Indian nationals as they arrive in Delhi from conflict-torn Sudan. pic.twitter.com/Uird0MSoRx
— ANI (@ANI) April 26, 2023
अन्य भारतीय नागरिक सुरेंद्र सिंह यादव ने एजेंसी से कहा, ‘मैं वहां एक आईटी प्रोजेक्ट के लिए गया था और वहीं फंस गया. दूतावास और सरकार ने भी काफी मदद की. जेद्दा में करीब 1,000 लोग मौजूद हैं. सरकार तेजी से लोगों को निकालने के लिए काम कर रही है.’ विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी भारतीयों के लौटने पर अपनी खुशी जाहिर की. उन्होंने ट्विटर पर कहा, ‘भारत अपने नागरिकों की सुरक्षित स्वदेश वापसी का स्वागत करता है. जेद्दा से पहली उड़ान नई दिल्ली पहुंच गई है. #ऑपरेशनकावेरी के तहत 360 भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाया गया है.’
सूडान से लौटे एक और भारतीय नागरिक पारस ने एएनआई को बताया, ‘सूडान से हमें सुरक्षित निकालने के लिए मैं भारतीय सेना, पीएम मोदी, विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर का शुक्रगुजार हूं.’ इसी तरह से गौरव जैन, जो विशेष उड़ान के माध्यम से भारत लौटे हैं, ने कहा, ‘भारत सरकार वर्तमान में एकमात्र ऐसी सरकार है, जिसने राजनयिकों सहित भारतीय नागरिकों पर अधिक ध्यान केंद्रित किया है. वहीं, विकसित देश मुख्य रूप से राजनयिकों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.’
ज्ञात हो कि सूडान में सेना और अर्द्धसैनिक समूह के बीच सत्ता हासिल करने के लिए भीषण संघर्ष जारी है. पिछले 12 दिनों से जारी भीषण लड़ाई में 400 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. सूडान में दोनों पक्षों के 72 घंटे के संघर्ष विराम पर सहमत होने के बाद भारत ने वहां फंसे अपने नागरिकों को बाहर निकालने के प्रयास तेज कर दिये हैं. विदेश राज्य मंत्री मुरलीधरन ने निकासी अभियान के बारे में कहा था कि सूडान के बंदरगाह और जेद्दा में जरूरी आधारभूत ढांचा तैयार किया गया है इसी के साथ यह खबर आ रही है कि सूडान संकट को देखते हुए भारत सरकार ने देश के नागरिकों के लिए हेल्पलाइन चालू की है
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 24 अप्रैल को कहा था कि सूडान में फंसे हमारे 3000 नागरिकों को वापस लाने के लिए ‘ऑपरेशन कावेरी’ शुरू हो गया है. गौरतलब है कि 21 अप्रैल को एक उच्च स्तरीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सूडान से 3000 से अधिक भारतीयों को सुरक्षित रूप से निकालने की आपातकालीन योजनाओं की तैयारी के निर्देश दिये थे. बता दें कि एक सप्ताह पूर्व एस जयशंकर ने भारतीयों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने के लिए सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और मिस्र के अपने समकक्षों से बात की थी.