उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग में एक और फर्जीवाड़ा फर्जी दस्तावेज के आधार पर 5 साल नौकरी और बैंक का ₹1000000 लोन लेकर व्यक्ति फरार
उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग में एक और फर्जीवाड़ा सामने आया है कौशांबी के युवक ने हरदोई में तैनात एक शिक्षक के शैक्षिक प्रमाणपत्रों की मदद से बुलंदशहर में सहायक शिक्षक के पद पर नौकरी हासिल कर ली। मामले में रिपोर्ट दर्ज हुई तो आरोपी फरार हो गया।
इससे पहले आरोपी ने बैंक से 10 लाख रुपये का ऋण और अपने ही स्कूल के प्रधानाचार्य से चार लाख रुपये उधार ले लिए थे। रामघाट पुलिस ने सहायक शिक्षक, उसके दूसरे साथी आरोपी सहायक शिक्षक समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
सोमवार को सीओ डिबाई अजय कुमार ने बताया कि वर्ष 2020 में खंड शिक्षा अधिकारी ने थाना रामघाट में मक्खन लाल पुत्र मिश्रीलाल निवासी दतई पुर्वा मजरा कोरियो तहसील कड़ा जनपद कौशांबी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। रिपोर्ट के अनुसार मक्खन लाल ने फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र बनवाकर रामघाट थाना क्षेत्र के गांव विजय नंगलिया स्थित प्राथमिक विद्यालय में वर्ष 2015 में सहायक अध्यापक के पद पर नौकरी हासिल कर ली थी।
सीओ ने बताया कि पुलिस ने मुकदमे की जांच शुरू की तो पता चला कि फर्जीवाड़ा करने वाला आरोपी सहायक अध्यापक मक्खन लाल नहीं, बल्कि दिनेश यादव निवासी करनपुर थाना नसीपुर जनपद फिरोजाबाद है।
पुलिस की जांच में आरोपी दिनेश यादव समेत दो अन्य आरोपी गजेंद्र निवासी गांव बढ़ाईपुरा थाना नसीरपुर जिला फिरोजाबाद और अरुणो राजन निवासी धनपुरा थाना नसीरपुर जिला फिरोजाबाद के नाम भी प्रकाश में आए। रविवार को रामघाट पुलिस ने दिनेश यादव, गजेंद्र तथा अरुणो राजन को भी गिरफ्तार कर लिया।
सीओ डिबाई अजय कुमार के अनुसार फर्जी कागजातों के आधार पर नौकरी करने वाले दो सहायक अध्यापक सहित तीन को गिरफ्तार किया गया है। इनका एक साथी फरार है, जिसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।